इनपुट डिवाइसेज क्या होती है What is Input Device's In Hindi
इनपुट उपकरण कंप्यूटर और मानव के मध्य संपर्क की सुविधा प्रदान करता है इनपुट डिवाइसेज मानवीय भाषा में दिए गए डेटा और प्रोग्राम्स को कंप्यूटर के समझने योग्य रूप में परिवर्तित करती है। ये डिवाइस इस अक्षरों, संख्याओं और अन्य प्राकृतिक चिन्हों का 0 और 1बिट अनुवाद करती है,जिन्हें कंप्यूटर समझ सकता है।
विभिन्न प्रकार की डाटा एंट्री इनपुट डिवाइसेज निम्नलिखित है-
1. की-बोर्ड (Keyboard)-
कीबोर्ड कंप्यूटर के साथ प्रयोग किए जाने वाले सर्वप्रथम पेरिफेरल में से एक है। आज भी की-बोर्ड इनपुट डिवाइस के रूप में प्राथमिक डिबाइस है जो डेटा प्रविष्ट करने में प्रयोग किया जाता है। एक मानक की-बोर्ड में लगभग 105 कुंजियां (Keys) होती हैं, तथा प्रत्येक कोई भी एक विशेष संकेत ( (Signal) संचरण करती है।
KEYBOARD
की-बोर्ड की कुंजियां टाइपराइटर के समान ही होती हैं, कंप्यूटर के की-बोर्ड में कुछ प्रकार की विशेष कुंजियां होती है, जो कि कंप्यूटर के कार्यों में सहायक होती हैं। डेटा को 1 और 0 के बीच में बदलकर की-बोर्ड दो प्रकार से सी.पी.यू. में इंपोर्ट कर सकता है श्रेणीक्रम में या समांतर क्रम में।अंत: तो की-बोर्ड दो प्रकार में बांटे जा सकते हैं।
(i) सीरियल की-बोर्ड (Serial Keyboard)-
यह डेटा 1और 0 के बिट्स स्कोर विट दर बिट क्रमानुसार भेजता है। कंप्यूटर में कनवर्टर सीरियल डेटा को पैरेलल डेटा में परिवर्तित करने के लिए लगाया जाता है।
(ii) पैरेलल की-बोर्ड (Serisl Kybord)-
यह डेटा की सभी 1 और 0 की बिट को प्रथक प्रथक तारों में एक साथ भेजता है।कीबोर्ड की कुंजी दबाने पर डेटा को 8 बिट (1 और 0 ) के कोड में बदलने का कार्य की-बोर्ड इनकोडर करता है ।
की-बोर्ड बेसिक शॉर्टकट कीज (keyboard basic shortcut keys) -
Alt+F = चल रहे प्रोग्राम के फाइल मेनू पर पहुंचने के लिए
Alt+E = चल रहे प्रोग्राम के एडिट मेनू पर पहुंचने के लिए
Fl = हेल्प मेनू पर पहुंचने के लिए
Ctrl+A = संपूर्ण टेक्स्ट को सेलेक्ट करने हेतु
Ctrl +X = सिलेक्टेड आइटम को कट करने हेतु
Shift+Del = सिलेक्टेड आइटम को डिलीट करने हेतु
Ctrl+C = सिलेक्टेड आइटम को कॉपी करने हेतु
Ctrl+Ins = सिलेक्टेड आइटम को कॉपी करने हेतु
Ctrl+V = सिलेक्टेड आइटम को पेस्ट करने हेतु
Ctrl+p = प्रिंट निकालने हेतु
Shirt+ Ins = सिलेक्टेड आइटम को पेस्ट करने हेतु
Home = किसी लाइन के प्रारंभ में पहुंचने के लिए
Ctrl+Home = डॉक्यूमेंट के प्रारंभ में पहुंचने के लिए
End = किसी लाइन के अंत तक पहुंचने के लिए
Ctrl+End = डॉक्यूमेंट के अंत में पहुंचने के लिए
Shift+ Home = लाइन के शुरुआत से वर्तमान स्थिति तक हाईलाइट करने के लिए
Shift+End = लाइन को वर्तमान स्थिति से अंत तक हाईलाइट करने के लिए
Ctrl+< = एक शब्द बाय ओर कर सर को पहुंचाने हेतु
Ctrl+> = एक शब्द दाई और कर पहुंचाने हेतु
2. माउस (Mouse)-
माउस एक ऑन लाइन इनपुट डिवाइस है, जिसे हाथ में पकड़ कर समतल सतह पर घुमाते हैं जिससे प्वाइंटर का नियंत्रण होता है। प्वाइंटर एक तीर (aarow) के समान चित्र होता है, जो स्क्रीन पर दिखता है, जिसका प्रयोग किसी ऑब्जेक्ट को इंगित (point) करने, उसे क्रियान्वित करने मेन्यू के साथ कार्य करने, फाइलों का संचालन करने, प्राय: सभी कार्य जो डेटा को स्क्रीन पर व्यवस्थित करने में सहायक हो, (टाइप करने के अतिरिक्त) में किया जाता है। माउस से हम स्क्रीन पर किसी भी ऑब्जेक्ट का चयन तथा क्रियान्वयन शीघ्रता के साथ आसानी से कर सकते हैं ।
माउस प्राय तीन प्रकार के होते हैं -
(i) मैकेनिकल माउस (Mechanical Mouse)-
MECHANICAL MOUSE
अधिकतर माउस आज मैकनिकल की होते हैं, इसमें एक रबड बॉल होता है जो माउस के खोल के नीचे निकला हुआ होता है जब माउस को सतह पर घुमाते हैं तब गेंद उस खोल के अंदर घूमता (रोल)है। माउस के अंदर बोल के घूमने से उसके अंदर के सेंसर कंप्यूटर को संकेत भेजते हैं, जिसमे बोल के घूर्णन की दूरी, दिशा तथा गति सम्मिलित होती है। इस डेटा के आधार पर कंप्यूटर स्क्रीन पर प्वाइंटर को निर्धारित करता है।
(ii) प्रकाशीय माउस (Optical Mouse)-
OPTICAL MOUSEप्रकाशीय माउस एक नए प्रकार का नॉन मेनिकल माऊस है इसमें प्रकाश की एक बीम इसके नीचे की सतह से उत्सर्जित होती है। जिसके परावर्तन (Reflection Of Light) के आधार पर यह ऑब्जेक्ट (जिस प्रक्रिया करनी हैं) की दूर, दिशा तथा गति तय करता है।
(iii) तार रहित माउस (Cordless Mouse) -
तार रहित माउस हमें तार के झंझट से मुक्त देते हैं। यह रेडियो फ्रीक्वेंसी तकनीकी की सहायता से हमारे कंप्यूटर को सूचना कम्युनिकेट करते हैं। इसमें दो मुख्य कंपोनेंट्स ट्रांसमीटर तथा रिसीवर होते हैं। ट्रांसमीटर माउस में होता है जो इलेक्ट्रोमैग्नेटिक सिग्नल के रूप में माउस की गति तथा इसके क्लिक किए जाने की सूचना भेजता है। रिसीवर जो हमारे कंप्यूटर से जुड़ा होता है ,उस सिग्नल को प्राप्त करना करता है, इसे रिकॉर्ड (Decode) करता है तथा इसे माउस ड्राइवर सॉफ्टवेयर तथा ऑपरेटिंग सिस्टम को भेजता है। रिसीवर अलग से जोड़ा जाने वाला एक सयंत्र भी हो सकता है तथा इसको बोर्ड के किसी स्लॉट ( Slot) में कार्ड के रूप में भी प्रयोग किया जाता है। कुछ कंप्यूटर में यह in-built भी होता है।
3. ट्रैक बॉल (Track Ball)-
ट्रैकबॉल एक प्वाइंटिग इनपुट डिवाइस है, जो माउस की तरह ही कार्य करता है। इसमें एक उभरा हुआ (exposed) गेंद (Ball) होता है तथा बटन होते हैं। सामान्यतः पकड़ते समय गेद पर हमारा अंगूठा (thumb) होता है तथा हमारी उंगलियां इसके बटन पर होती है। इस स्क्रीन पर प्वाइंटर को घुमाने के लिए अंगूठे से उस गेद को घुमाते हैं। ट्रैकबॉल को माउस की तरह घुमाने की आवश्यकता नहीं होती इसलिए यह अपेक्षाकृत कम जगह घेरता है। ट्रैकबॉल की लोकप्रियता विशेषकर लैपटॉप (laptop) कंप्यूटर के कारण हुई क्योंकि लैपटॉप को ही कहीं भी आवश्यकता अनुसार प्रयोग में लाया जा सकता है।
TRACK BALLट्रैकबॉल कई मॉडल में उपलब्ध है यह बड़े तथा छोटे दोनों प्रकार के गेंद (Ball) के साथ उपलब्ध है। दो बटन तथा तीन बटनो के साथ बाया हाथ तथा दाहिना हाथ दोनों प्रकार के प्रीयोगिता लिए उपलब्ध है।
4. जॉय स्टिक (Joystick)-
Joystickयह खेल खेलने के काम आने वाली इनपुट डिवाइस है जॉय स्टिक के माध्यम से स्क्रीन पर उपस्थित टर्टल या आकृति को ईसके हैंडल से पकड़कर संचालित किया जाता है। इसका प्रयोग बच्चों द्वारा प्राय कंप्यूटर पर खेल खेलने के लिए किया जाता है, क्योंकि यह बच्चों को कंप्यूटर सिखाने का आसान तरीका है।
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5. स्केनर (Scanner)-
SCANNERस्कैनर एक प्रकार का इनपुट डिवाइस है जिसका कार्य सूचना को यथास्थिति में कॉपी करने के लिए किया जाता है इसकी सहायता से हम किसी टेक्स्ट,ग्राफिक्स, चित्र इत्यादि को कॉपी करके कंप्यूटर मेमोरी में संग्रहीत कर आवश्यकताअनुसार संशोधित कर सकते हैं। बाजार में कई रूप में स्केनर उपलब्ध हैं। जिनकी कीमत ₹4000 से शुरू होती है।OCR,OMR तथा MICR स्केनर के विभिन्न प्रकार हैं। इसके अतिरिक्त एक विशेष प्रकार का स्केनर है, जो इमेज स्कैनर कहलाता है।
6. ऑप्टिकल मार्क रीडर (Optical Mark Reader)-
OPTICAL MARK REGARDयह एक ऐसी इनपुट डिवाइस है जो किसी कागज के निश्चित स्थान पर पेंसिल या पेन के चिन्ह की उपस्थिति और अनुपस्थिति को जांचती है। इसमें चिन्हित कागज पर प्रकाश डाला जाता है और परावर्तित (reflected) प्रकाश को जांचा जाता है। यहां जहां चिन्ह उपस्थित होगा, कागज के उस भाग भाग से परावर्तित प्रकाश की तीव्रता कम होगी। यह तकनीकी केवल छपे हुए कार्ड या फॉर्म पर निश्चित स्थानों पर बने बॉक्स ओं और पेंसिल या पेन से भरे बॉक्स को जाचती है। इसका प्रयोग विशेषकर परीक्षा की उत्तर पुस्तिका को जांचने में किया जाता है।
7. बार कोड रीडर ( Bar Code Reader)-
BAR CODE REGARD
इसका मुख्य कारण लंबवत बारो को जो कि अलग-अलग डेटा के लिए निश्चित होते हैं, स्कैन करने का होता है। इसके द्वारा टैंगो को पढ़ा जाता है जोकि स्टोर मेडिकल रिकॉर्ड तथा लाइब्रेरी की किताबें आदि में होते हैं बारकोड रीडर एक ऐसी डिवाइस है जो हस्त संचालित होती है।
8. कार्ड रीडर (Card Reader)-
कंप्यूटर सिस्टम में प्रत्येक प्रवेश (Direct Entry) के लिए इलेक्ट्रॉनिक कार्ड आधारित डिवाइसेज का उपयोग किया जाता हैं।
CARD READERइलेक्ट्रॉनिक कार्ड छोटे प्लास्टिक कार्ड होते हैं जिसमें (Encoded) इनकोडेड डाटा होता है जो प्रयोग की जाने वाली एप्लीकेशन के लिए उचित होता है। एक इलेक्ट्रॉनिक कार्ड रीडर सामान्यतः कंप्यूटर से जुड़ा होता है। इसका प्रयोग इलेक्ट्रॉनिक कार्ड पर इनकोडेड डाटा के पढ़ने तथा इसकी आगे की प्रोसेसिंग के लिए कंप्यूटर पर ट्रांसफर करना होता है।
अक्सर इलेक्ट्रॉनिक कार्ड का प्रयोग बैंकों द्वारा किया जाता है। बैंकों द्वारा ग्राहकों (Costomers) को ऑटोमेटिक टेलर मशीन का प्रयोग करने के लिए ATM कार्ड प्रदान किए जाते हैं। इस कार्ड की सहायता से कोई भी ग्राहक बैंक खाते में जमा धनराशि का भुगतान कर सकता है। ATM मशीन सामान्यत: बैंक के कंप्यूटर से जुड़ी होती है जब ATM कार्ड को इस मशीन में डाला जाता है। तब इस पर इनकोअपडेट डाटा को लीडर पड़ता है और उसे बैंक में कंप्यूटर पर भेजता है।
9. वेबकैम (Web Cam)-
वेबकैम एक ऐसा छोटा कैमरा होता है जिसकी इमेज (image) हम www, इंस्टेंट मैसेजिंग या फिर PC वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग पर देख सकते हैं। वेबकैम के द्वारा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की जा सकती है, जिसमें दो या दो से अधिक लोगों को भिन्न-भिन्न स्थानों पर,एक ही समय में, ऐसे कमरे में सुनने वह देखने की सुविधा उपलब्ध कराता है जिसमें माइक्रोफोन, स्पीकर्स, बैटमैन कैमरा तथा प्रोजेक्शन उपकरण हो। बैटमैन के द्वारा कोई भी व्यक्ति रंगीन वीडियो में एक दूसरे को सुन वह देख सकते हैं।इसके द्वारा यात्रा का समय वह खर्चा बचता है और उसके द्वारा कॉन्फ्रेंसिंग के साथ-साथ कंप्यूटर पर अपना निजी कार्य भी कर सकते हैं।
WEB CAM10. डिजिटल कैमरा (Digital Camera)-
डिजिटल कैमरे का प्रयोग कर चित्रों को कंप्यूटर में प्रवेश किया जा सकता है इन चित्रों को डिजिटल कैमरे से कंप्यूटर में प्रवेश कर विभिन्न प्रकार के इमेजिंग टूल्स की सहायता से संपादित (Manipulate) किया जाता है डिजिटल कैमरा किसी भी वस्तु (Object)का इस तरह अचल (Still) फोटोग्राफ्स लेता है। तथा इसे संग्रहित करता है इसके बाद इसे कंप्यूटर में डिजिटल इनपुट के रूप में भेज देता है, तथा फिर इन चित्रों (imege) को डिजिटल फाइलों के रूप में संग्रहित किया जाता है।
DIGITAL CAMERA11. लाइट पेन (Light Pen)-
लाइट पेन एक इनपुट डिवाइस है जो प्रकाश संवेदनशील डिटेकटर (Light Sensitive Detector) का प्रयोग कर डिस्पले स्क्रीन पर ऑब्जेक्ट का चयन करता है ।
लाइट पेन तथा माउस लगभग समान है। भिन्नता केवल यह है कि लाइट पेन में हम पेन की सहायता से ऑब्जेक्ट को स्क्रीन पर सीधे-सीधे निर्देश कर प्राइवेट को मुंह कर सकते हैं तथा डिस्पले स्क्रीन पर ऑब्जेक्ट का चयन कर सकते हैं।
LIGHT PEN
12. टच स्क्रीन (Touch Screen)-
टच स्क्रीन एक प्रकार का डिस्प्ले स्क्रीन होता है, जिसमें स्क्रीन को ढकता हुआ एक स्पर्श संवेदनशील पारदर्शी पेंसिल पैनल होता है पाइवांटिंग डिवाइस के विपरीत हम अपनी उंगलियों का प्रयोग के रूप में कर डिस्पले स्क्रीन पर ऑब्जेक्ट को निर्देशित कर सकते है।
TOUCH SCREENयदि टचस्क्रीन कंप्यूटर प्रशिक्षु के लिए प्राकृतिक इंटरफेस प्रदान करता है इसका प्रयोग सभी अनुप्रयोगों में प्रयुक्त नहीं है क्योंकि उंगलियां अपेक्षाकृत बड़ी ऑब्जेक्ट होती हैं उंगली को उपयोग प्रयोग कर स्क्रीन के छोटे क्षेत्रों को सही ढंग से इंगित करना नामुमकिन है हम इसका प्रयोग सूचना योग योग में देख सकते हैं रेलवे के वॉक पर इसका प्रयोग प्राय सभी रेलवे प्लेटफार्म पर देखा जा सकता है
2 टिप्पणियाँ
Mst janu
जवाब देंहटाएंThanks Bhai
हटाएंPlease Do Not Any Spame Comment